भारत और श्रीलंका के बीच पल्लेकेले स्टेडियम में खेले गए पहले टी20 मैच में एक ऐसी घटना घटी जिसने क्रिकेट प्रेमियों को 2019 वर्ल्ड कप फाइनल की याद दिला दी। हार्दिक पांड्या के 12वें ओवर के दौरान, निसांका ने स्क्वायर लेग की दिशा में शॉट खेला और 2 रन लेने का प्रयास किया। फील्डर का डायरेक्ट थ्रो विकेट से टकराने के बाद बाउंड्री के पार चला गया, लेकिन नियमों के मुताबिक श्रीलंका को 6 की बजाय 5 रन ही मिले।
पहले टी20 मैच में, भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 213 रन बनाए और मेजबान श्रीलंका टीम को 170 रन पर समेट कर 43 रनों से शानदार जीत दर्ज की। इस जीत के बाद कप्तान सूर्यकुमार यादव ने कहा, “हम भाग्यशाली रहे कि…”.
हालांकि, हार्दिक पांड्या के ओवर में घटी इस घटना ने 2019 वर्ल्ड कप फाइनल की गलती को दोहराने से बचा लिया। उस समय, जब फील्डर ने गेंद को छोड़ा, तब बल्लेबाजों ने एक-दूसरे को क्रॉस नहीं किया था। इसलिए, श्रीलंका को 6 रन मिलने की बजाय 5 रन दिए गए।
क्या है नियम?
नियमों के अनुसार, जब ओवर थ्रो के चलते गेंद चौके के लिए जाती है, तो अंपायर को यह देखना होता है कि फील्डर के थ्रो करने से पहले दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे रन के लिए एक-दूसरे को क्रॉस किया है या नहीं। अगर बल्लेबाज थ्रो हाथ से छूटने से पहले एक-दूसरे को क्रॉस कर चुके हैं, तो टीम को 6 रन मिलते हैं। अन्यथा, टीम को 5 रन ही दिए जाते हैं।
इस घटना में भी, अंपायर ने नियमों का पालन करते हुए सही निर्णय लिया और श्रीलंका को 5 रन ही दिए गए, जिससे एक बड़ा विवाद टल गया।
सूर्यकुमार यादव का शानदार प्रदर्शन
सूर्यकुमार यादव ने इस मैच में अपने 69वें मैच में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की, जिससे विराट कोहली का वर्ल्ड रिकॉर्ड खतरे में आ गया है। उनके शानदार प्रदर्शन ने टीम इंडिया को श्रीलंका दौरे की शुरुआत जीत के साथ करने में मदद की।